वह नाना वस्तुओं पर आश्रत और नाना प्रकार का होता है ।।
3.
इस समय व्यक्ति को नाना प्रकार का शारीरिक कष्ट महसूस होता है।
4.
यहाँ पल-पल नाना प्रकार का भय, कष्ट आदि का आगमन होता रहता है।
5.
विषयों की उपाधि से वह नाना प्रकार का भासित होने पर भी ज्ञान
6.
वहीं जमीन पर बहुमूल्य दस्तरख्वान बिछे थे और रत्नजटित स्वर्ण पात्रों में नाना प्रकार का भोजन परोसा रखा था।
7.
कैसे लोग, अपनी घटियास्तर की मनोवृत्ति को, अक्षरशः सिद्ध करने के लिए, नाना प्रकार का कुकर्म करते हैं।
8.
क्रोनिक होने पर हरा खून के जैसा, पीला-हरा मिश्रित, पनीर जैसा, दूध की तरह और कभी पतला, कभी गाढ़ा इत्यादि नाना प्रकार का स्राव हुआ करता है।
9.
श्री कृष्ण अर्जुन को मोह मुक्त करनें के लिए गीता में नाना प्रकार का प्रयोग करते हैं उनमें से एक प्रयोग गीता श्लोक 2. 11 भी है ।
10.
नाना प्रकार का फलाहारी खाना / फलाहारी दावत-भुनी मूँगफली और मखाने, मखाने की खीर, साबूदाने का पुलाव, दही, सिंघाड़े की नमकीन बरफी, कूटू के पकौड़े, और फलाहारी चटनी.